Dhola Dhol Majira Baje Re – Rekha rao, Tejkaran rao Lyrics
Singer | Rekha rao,Tejkaran rao |
Song Writer | Traditional Folk |
Dhola Dhol Majira Baje Re Lyrics
ओ ढोला ढोल मजीरा बाजे रे
काळी छींट को घाघरो निजारा मारे रे
ओ ढोला ढोल मजीरा बाजे रे
साथ कळी रो घाघरो जी, कळी कळी में घेर
पैर बिचारा निसरे, रुपया रो हो गया ढेर
ओ ढोला ढोल मजीरा बाजे रे
काळी छींट को घाघरो निजारा मारे रे
ओ ढोला ढोल मजीरा बाजे रे
म्हे ढोला थने घणी कही जी भक्तन के मत जाय
टको लगावे गांठ को जीरो लगा कर आय
ओ ढोला ढोल मजीरा बाजे रे
काळी छींट को घाघरो निजारा मारे रे
ओ ढोला ढोल मजीरा बाजे रे
म्हे ढोला थने घणी कही जी परदेसा मत जाय
परदेसाँ की नारियां में मत ना प्रीत लगाय
ओ ढोला ढोल मजीरा बाजे रे
काळी छींट को घाघरो निजारा मारे रे
ओ ढोला ढोल मजीरा बाजे रे
जयपुर के बाजार में पड्यो पेमली बोर
नीची होय उठावन लागि, पड्यो कमर में जोर
ओ ढोला ढोल मजीरा बाजे रे
काळी छींट को घाघरो निजारा मारे रे
ओ ढोला ढोल मजीरा बाजे रे